वैगन
भारतीय रेल ने कॉनकॉर को कंटेनर ढोने के लिए लगभग 13386 समर्पित कंटेनरों वैगन उपलब्ध कराए थे। इन अधिक उम्र वाले रोलिंग स्टॉक को कंटेनर ढुलाई के लिए संशोधित किया गया था जिसकी लम्बी अवधिअ में समय समय पर आपूर्ति भारतीय रेल द्वारा की गई थी। ये वैगन तकनीकी रूप से पुराने इंटरमॉडल सेवाओं को प्रदान करने में असमर्थ थे। कॉनकॉर ने इसलिए अति आधुनिक उच्च गतिअ वाली बोगी तथा 11024 से अधिक बी.एल.सी. वैगनों की कॉनकॉर द्वारा खरीद की गई है और अब तक सेवा में शामिल किया है।
नए बी.एल.सी. प्रकार के वैगनों में बढी हुई लंबाई (नए रेक में प्रति ट्रेन 45 बी.एल.सी हैं) के परिणामस्वरूप प्रति ट्रेन लदान बढा है। इन वैगनों को अपेक्षाकृत बेहतर यथा स्वचालित टिव्सट लॉक, पहिए के घटे हुए डायामीटर के द्वारा लो बेड, स्लैक लेस ड्रा बार आदिअ विशेषताओं से भी सुसज्जित किया गया है। इन वैगनों को 100 कि. मी./घंटा की रफ्तार से चलाने हेतु डिजाईन किया गया है और मुबंई स्थित जे.एन.पी.टी/एन.एस.आई.सी.टी. गेटवे टर्मिनलों और अंत: प्रदेश के टर्मिनलों के बीच ट्रेन परिवहन में पहले ही क्रांतिकारी परिवर्तन किया है। घटे हुए परिवहन समय और टर्न राउंड ने लाभ कर कमाने की संभावनाएं बढा दी हैं जबकि रास्ते में नगण्य डिटैचमेंट से सेवा विश्वसनीयता में सुधार हुआ है।
नए बी.एल.सी वैगनों की मुख्य तकनीकी विशेषताएं इस प्रकार हैं:- स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटे
- परमिट के लिए कम पहिया व्यास
- उच्च घन कंटेनरों का अधिकतम गति पर परिवहन
- स्लैक लेस ड्रा बार्स
- स्वचालित ताले और लोड संवेदन डिवाइस (एलएसडी).
- उठाईगिरी विरोधी उपकरण
- 90 टी.ई.यू.प्रति ट्रेन
कुल 1005 अपेक्षाकृत लंबी तीव्र गति वाली बोगी, कम उंचाई वाले कंटेनर फ्लैट (बी.एल.एल. प्रकार के) जो 20’,22’,40’ और 45’ के डोमेस्टिक कंटेनरों को ढोने में सक्षम हैं, को भी परिवहन सेवा में लगाया गया है। इनमें भी बी.एल.सी वैगनों के समान जैसे कि रिट्रैक्टेबल एंकर लॉक, एल.एस.डी आदि विशेषताएं हैं।
वर्श 1999 से 2001 के बीच कॉनकॉर ने भारतीय रेल से 1357 बी.एफ.के.आई. प्रकार के कंटेनरों की अधिप्राप्ति की ताकि एक रणनीति के तहत सभी समर्पित क6टेनर सेलिंग स्टॉक पर नियंत्रण रखा जा सके। इन्हें बाद में धीरे-धीरे उन्नत किया गया और उनकी विशवसनीयता तथा पारगमन में सुधार करने हेतु एयर ब्रेक को रेट्रोफिटिड किया गया तथा इन्हें अब बी.एफ.के.एन. वैगन के रूप में जाना जाता है। इन वैगनों को अधिकाशंत: समर्पित डोमेस्टिक कॉनट्रेक सर्किट पर चलाया जाता है।
कॉनकॉर नेटवर्क पर उपयोग में लाए जा रहे बेड़े में अभी तक लगभग 13386 वैगन हैं जिनमें से 85% से अधिक कंपनी के स्वामित्व में हैं।